प्रेम सबसे बड़ा है। परमेश्वर का वचन कभी टलता नहीं।

Paul Mavchi
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1) एक दूसरे को माफ करना ( forgive each other)


 एक दूसरे पर कृपालु और करुणामय हो, और जैसे परमेश्वर ने मसीह में तुम्हारे अपराध क्षमा किए, वैसे ही तुम ही एक दूसरे के अपराध क्षमा करो।

     इफिसियों 4:32

हमने प्रभु यीशु को जाना है उन पर हम विश्वास करते हैं। और हम यह भी जानते हैं वही हमारा उद्धार करता परमेश्वर है।        परमेश्वर खुद प्रेम है और उसने सारे संसार से प्यार किया है। अपना एकलौता पुत्र को हमारे लिए दे दिया। हांँ, परमेश्वर कृपालु और करुणामय है। उसने हमारे अपराधों को क्षमा किया। जैसे उसने हमें क्षमा किया है वैसे ही उसने यह कहा है कि तुम भी एक दूसरे से क्षमा करो। हांँ, जब हम एक दूसरे के अपराध को क्षमा करेंगे, तभी हमारा स्वर्गीय पिता भी हमें क्षमा करेगा। 
    
           
        विश्वास से की हुई प्रार्थना परमेश्वर सुनता है।
        God hairs prayer made in faith.
    

और तू उससे प्रार्थना करेगा, और वह तेरी सुनेगा; और तू अपनी मन्नतों को पूरी करेगा।
  अय्यूब 22:27
     

                    परमेश्वर के पास आपका भविष्य है।
                        God has your future.


 क्योंकि यहोवा कि यह वाणी है, कि जो कल्पनाएं मैं तुम्हारे विषय करता हूंँ उन्हें मैं जानता हूंँ, वे हानि की नहीं वरन कुशल ही की है, और अन्त में तुम्हारी आशा पुरी करूंँगा।
     यिर्मयाह 29:11


         जब तक यहोवा मिल सकता है तब तक उसे ढूंँढो।
          Seek God while he may be found.


तुम मुझे ढूंँढोगे और पाओगे भी; क्योंकि तुम अपने सम्पूर्ण मन से मेरे पास आओगे।
   यिर्मयाह 29:13


           जो परमेश्वर को भाता है वही हमें करना है।
         We have to do what pleases God.



इस कारण हमारे मन की उमंग यह है, कि चाहे साथ रहे, चाहे अलग रहें पर हम उसे भाते रहे।
  2 कुरिन्थियों 5:9


                   आपका बोझ परमेश्वर को दे दो।
                 Give your burden to God.


तुम्हारा मन व्याकुल न हो, तुम परमेश्वर पर विश्वास रखते हो मुझ पर भी विश्वास रखो।
      यूहन्ना 14:1

              
              परमेश्वर ने आकाश और पृथ्वी बनाई
    God made the heavens and the earth.
 


     आदि में परमेश्वर ने आकाश और पृथ्वी की सृष्टि की।
      उत्पत्ति 1:1




              

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