हमारे जीवन में पहला स्थान परमेश्वर को देना। Put God first।

Paul Mavchi
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जब तक यहोवा मिल सकता है 
तब तक उसकी खोज करो।


 परमेश्वर को बाइबिल में एकमात्र परमेश्वर और सभी चीजों के निर्माता के रूप में वर्णित किया गया है। 

   हे इस्राएल, सुन, यहोवा हमारा परमेश्वर है, यहोवा एक ही है;(व्यवस्थाविवरण 6:4) हम उस परमेश्वर की आराधना करते है। जिसने आकाश और पृथ्वी बनाई। वह सभी शासन और अधिकार से भी ऊपर और केवल वही हमारे जीवन में पहला स्थान का योग्य हैं। वही स्तुति का योग्य वही आराधना का योग्य और वही सर्वव्यापी परमेश्वर है जिसकी हम खोज में रहते हैं।

यहांँ कुछ पद है जो हमें यह देखने में मदद करते हैं कि क्यों परमेश्वर की खोज करना हमेशा हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।




इसलिए पहले तुम परमेश्वर के राज्य और धार्मिकता की खोज करो तो ये सब वस्तुएंँ तुम्हें मिल जाएँगी।
     मत्ती 6:33
     
     बहुत बार हम हमारे जीवन में चिंतित रहते हैं क्या खाएंगे और शरीर के लिए क्या पहनेंगे। लेकिन वचन में लिखा है प्रभु यीशु ने कहा था कि भजन से प्राण और वस्त्र से शरीर बढ़कर है। हमें किसी भी वस्तुएँ की चिन्ता नहीं करना चाहिए क्योंकि यीशु ने हमसे वायदा किया सब कुछ देने का, हमे विश्वास करना है और पहले परमेश्वर का राज्य और धार्मिकता की खोज करना है।
    हम परमेश्वर का खोज करते तो हैं लेकिन कुछ समय के बाद खोजते खोजते हार भी मान जाते हैं और संसार की चीजों की तरफ हमारा मन लग जाता है तो इस तरह से हम परमेश्वर की खोज नहीं कर सकते। परमेश्वर की खोज करने के लिए हमें हमारा पूरा जीवन समर्पण करना जरूरी है। हमें ढूंँढते रहना है जब तक परमेश्वर हमें मिल नहीं सकता। और परमेश्वर को ढूंँढने के लिए हमें यहांँ वहांँ नहीं जाना है। परमेश्वर को ढूंँढने के लिए हमारा जीवन समर्पण करना है। पवित्र वचन को पढ़ना है। प्रार्थना करना है, उसे को पुकारना हैं। जब हम पूरे दिल से परमेश्वर को खोजते हैं तब परमेश्वर हमें मिलता है।
जब तक यहोवा मिल सकता है तब तक उसकी खोज में रहो जब तक वह निकट है तब तक उसे पुकारो।
यशायाह 55.6




 जो अपने प्राण बचाता है, वह उसे खोएगा; और जो मेरे कारण अपना प्राण खोता है, वह उसे पाएगा। 
          मत्ती 10.39
          
 कभी-कभी हम संसार के वस्तुओं के पीछे हमारा जीवन बिताते रहते हैं और खोज करते रहते हैं। जैसे कि हम उससे हमारा प्राण बचा सकते हैं। लेकिन जो हमें बाइबिल बताती हैं उसे हम नजरअंदाज करते हैं। हम प्राण तो बचाना चाहते हैं लेकिन संसारिक चीजों को ढूंँढकर। वचन कहता है कि वह अपने प्राण को खोएगा। और जो मेरे कारण अपना प्राण खोएगा वह उसे बचाएगा। आमीन।


# बाइबल वचन में तीन दृष्टांत है। उसमें हम देखते हैं कि, परमेश्वर का राज्य किसके समान हैं। #

1) गुप्त धन


स्वर्ग का राज्य खेत में छिपे हुए धन के समान है, जिसे किसी मनुष्य ने पाकर छिपा दिया, और आनन्द के मारे जाकर अपना सब कुछ बेचकर उस खेत को मोल लिया।
मत्ती 13:44


2) अनमोल मोती


“फिर स्वर्ग का राज्य एक व्यापारी के समान है जो अच्छे मोतियों की खोज में था। जब उसे एक बहुमूल्य मोती मिला तो उसने जाकर अपना सब कुछ बेच डाला और उसे मोल ले लिया।
मत्ती 13:45



जाल का दृष्टांत


“फिर स्वर्ग का राज्य उस बड़े जाल के समान है, जो समुद्र में डाला गया, और हर प्रकार की मछलियों को समेट लिया।
   मत्ती 13:47





वचन से या काम से जो कुछ भी करो सब प्रभु यीशु के नाम से करो, और उसके द्वारा परमेश्वर पिता का धन्यवाद करो।
     कुलुस्सियों 3:17

परमेश्वर इन वचनों के द्वारा 
आप सबको आशिषीत करें।

। आमीन ।


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