क्या आप बोझ से दबे हुए हैं ? Bible vachan photos free download

Paul Mavchi
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       कठिनाई, बोझ, समय के लिए बाइबल की आयतें। 


      मेरे प्रिय भाईयो बहनों को सभी को मसीह यीशु में नमस्कार।

इंसान इस संसार में रहते हुए अलग-अलग परिस्थिति में से गुजरता है। इंसान अपने जीवन में व्याकुल और नाराज हो जाता है। अपनी स्थिति को देखकर कठिनाई से गुजरने के कारण अपने आप दबाव महसूस करता है। 

प्रियो, हमें बनाने वाला हमारा सिरजनहार परमेश्वर हमें कभी त्यागता नहीं, न वह हमें छोड़ देता है। बल्कि हर समय हमारा परमेश्वर हमारे संग संग रहता है। पहले से ही उसने इस संसार को जीत लिया है और हमारे लिए बहुत बड़ा वायदा जो परमेश्वर ने किया है वह उसके योजना के अनुसार एक दिन जरूर पूरा करेगा। बस हमें स्थिर और दृढ़ बने रहना है ताकि परमेश्वर अपना काम हमारे जीवन में पूरा कर सके। 

अपने जीवन के अंत समय में, सर विंस्टन चर्चिल ने कहा, जब मैं इन सभी चिंताओं को देखता हूंँ तब मुझे एक बूढ़े व्यक्ति की कहानी याद आती है। जिन्होंने मरते समय कहांँ था कि उनके जीवन में बहुत सी परेशानी थी। जिनमें से बहुत सी कभी हुई भी नहीं थी। जीवन में ‘बोझ’ के कोई विभिन्न प्रकार होते हैं, और उनमें से कुछ बहुत से वास्तविक है। यीशु ने कहा, हे सब परिश्रम करनेवालो और बोझ से दबे हुए लोगों मेरे पास आओ मैं तुम्हें विश्राम दूंँगा। 

  प्रभु यीशु ने हमारा बोझ पहले से ही अपने ऊपर ले लिया है। और हमें विश्राम दिया है। जैसे प्रभु यीशु ने हमारे लिए विश्वास योग्यता दिखाई वैसे ही हमें भी उसमें और उसके वचन में विश्वास योग्य बनें रहना है। 

कठिन समय में आपको मदद करने और अनंत जीवन की आशा के लिए सर्वोत्तम बाइबल छंदों की तलाश कर रहे हैं तो हमारे शक्तिशाली परमेश्वर को नए सिरे से खोजने में आपकी मदद करने के लिए प्रोत्साहन के बाईबल आयतें का एक संग्रह है। शांति के बारे में बाइबल की कोई आयतें हैं जो कठिन समय के दौरान आराम प्रदान कर सकती है। 


       1) यीशु ने संसार को जीत लिया है।

मैंने यह बातें तुमसे इसलिए कही है, कि तुम्हें मुझ में शान्ति मिले; संसार में तुम्हें क्लेश होता है, परन्तु ढाढ़स बाँधो मैंने संसार को जीत लिया है। 

    - यूहन्ना 16:33 




      2) हर परिस्थिति में परमेश्वर को धन्यवाद देना सीखो।

किसी भी बात की चिंता मत करो; परन्तु हर एक बात में तुम्हारे निवेदन, प्रार्थना और विनती के द्वारा धन्यवाद के साथ परमेश्वर के सम्मुख उपस्थित किया जाएँ।

        फिलिप्पीयों 4:6




3) इसलिए अपने मन की चिंता करो। 
तब परमेश्वर की शान्ति, जो सारी समझ से बिल्कुल परे है, तुम्हारे हृदय और तुम्हारे विचारों को मसीह यीशु में सुरक्षित रखेगी।
         फिलिप्पीयों 4:7



     4) पूरे दिल से और विश्वास से यीशु के पास जाना 

मैं यहोवा के पास गया, तब उसने मेरी सुन ली, और मुझे पूरी रीति से निर्भय किया। 

भजन संहिता 34:4





        5) तेरा परमेश्वर तेरे संग संग रहेगा।

क्या मैंने तुझे आज्ञा नहीं दी? हियाव बांँधकर दृढ़ हो जा; भय न खा, और तेरा मन कच्चा न हो; क्योंकि जहांँ-जहांँ तू जाएगा वहांँ-वहांँ तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे संग रहेगा।

         यहोशु 1:9




     ‌6) तुम्हारी जरूरत क्या है यह स्वर्गीय पिता जानता है।

इसलिए तुम चिन्ता करके यह न कहना, कि हम क्या खाएंँगे, या क्या पीएँगे, या क्या पहनेंगे? क्योंकि अन्यजाति इन सब वस्तुओं की खोज में रहते हैं, और तुम्हारा स्वर्गीय पिता जानता है कि तुम्हें ये सब वस्तुएंँ चाहिए। इसलिए पहले तुम परमेश्वर के राज्य और धार्मिकता की खोज करो तो यह सब वस्तुएंँ तुम्हें मिल जाएँगी।
        मत्ती 6:31-33 



        7) खुद का नहीं परंतु परमेश्वर का सहारा लेना

तू अपनी समझ का सहारा न लेना, वरन् संम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रखना। उसी को स्मरण करके सब काम करना, तब वह तेरे लिये सीधा मार्ग निकालेगा। 

       नीतिवचन 3:5-6


 


                8) केवल परमेश्वर आशा का दाता है। 

परमेश्वर जो आशा का दाता है तुम्हें विश्वास करने में सब प्रकार के आनन्द और शान्ति से परिपूर्ण करें, कि पवित्र आत्मा की सामर्थ्य से तुम्हारी आशा बढ़ती जाए। 

      रोमियो 15:13




         और भी नीचे दिए गए बाइबल के आयतें हैं यह भी जरूर पढ़ना परमेश्वर आप सबको आशीषित करें। आमीन


तब यदि मेरी प्रजा के लोग जो मेरे कहलाते हैं, दीन होकर प्रार्थना करें और मेरे दर्शन के खोजी होकर अपनी बुरी चाल से फिरें, तो मैं स्वर्ग में से सुनकर उनका पाप क्षमा करूंँगा और उनके देश को ज्यों का त्यों कर दूंँगा। 

2 इतिहास 7:14 


क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर यहोवा, तेरा दाहिना हाथ पकड़कर कहूंँगा मत डर, मैं तेरी सहायता करूंँगा। 

     यशायाह 41:13 


इसलिए परमेश्वर के बलवन्त हाथ के नीचे दीनता से रहो, जिससे वह तुम्हें उचित समय पर बढ़ाए। अपनी सारी चिन्ता उसी पर डाल दो, क्योंकि उसको तुम्हारा ध्यान है। 

1 पतरस 5.6-7

 

इसलिए परमेश्वर के बलवन्त हाथ के नीचे दिनता से रहो, जिससे वह तुम्हें उचित समय पर बढ़ाए। अपनी सारी चिन्ता उसी पर डाल दो, क्योंकि उसको तुम्हारा ध्यान है। 

1 पतरस 5:6-7 



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