चिंता और कठिन समय में आराम के लिए बाईबल वचन | Bible verses for comfort in anxiety and difficult times.

Paul Mavchi
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   बाइबल हमें कई तरीकों से सांत्वना देती है। 

   1) हमें परमेश्वर का प्रेम और विश्वास योग्यता की याद दिलाती है।

बाइबल अपने लोगों के प्रति परमेश्वर के प्रेम और विश्वास योग्यता की कहानियों से भरी है। जब हम उस जीवित परमेश्वर के वचनों को पढ़ेंगे और मनन करेंगे तब हमें उसके प्रेम के प्रति और विश्वास योग्यता के प्रति जान सकेंगे। और यही बाइबल वचन हमें याद दिलाती है कि परमेश्वर हमसे कितना प्यार करता है। बाइबल वचन में लिखा है, जब प्रेरित पौलुस दुःख और दर्द में था तब परमेश्वर का अनुग्रह उनके साथ था। वही परमेश्वर आज हमें भी याद दिलाते हैं कि उसका अनुग्रह हम पर भी है, और यह भी याद दिलाता है वह हमें कभी नहीं छोड़ेगा, चाहे हम किसी भी और कैसे भी परिस्थिति में क्यों ना हो और किसी भी दौर से क्यों ना गुजर रहे हो। वह हमारे साथ है। क्या आप विश्वास करते हैं? 

2) हमें भविष्य के लिए आशा देती है। 

हमारा भविष्य हम इस दुनिया में ढूंढते हैं। हमारे भविष्य के लिए हम इस संसार में कड़ी मेहनत करते हैं। हम नौकरी करने के लिए पढ़ाई करते हैं हम परिश्रम करते हैं हम व्यवसाय बिजनेस और बहुत सारे ऐसे काम जो हमें भविष्य लगता है वह करते हैं। लेकिन यहां सब बातें सीमित है। हमारा भविष्य केवल परमेश्वर के पास है और उसमें हम कभी निराश नहीं होंगे और उसमें कुछ भी सीमित नहीं है, 

  परंतु बाइबल हमें बताती है कि परमेश्वर के पास हमारे जीवन के लिए एक अच्छी योजना है। यह जीवंत आशा हमें कठिन परिस्थितियों में भी आगे बढ़ते रहने में मदद कर सकती है। 

3) हमारे दुःख में हमें सांत्वना देती है।

इंसान इस संसार में रहते हुए सुख और दुख दोनों बातों में से गुजरता है। जब सुख होता है तब इंसान आनंद ही मानता है लेकिन जब दुख होता है तब इंसान टूट जाता है। लेकिन बाइबल हमें सच्चे दुख के कारणों के बारे में सलाह देती है और हानि और पीड़ा के दर्द से सांत्वना देती है। यह हमें हमारे अंधकारमय क्षणों में ज्योति और आराम और आशा प्रदान कर सकता है। 

4) दूसरों को क्षमा करने में हमारी सहायता करती है।

यीशु मसीह खुद परमेश्वर होकर भी वह हमारे लिए गरीब बना।

उसने उनके और हमारे लिए मार खाया ताकि हम चंगे हो जायें। 

 उसने उनके लिए प्रार्थना करना चुना ताकि परमेश्वर ने उन्हें माफ कर दे। उसने उनके लिए और हमारे लिए अपनी दयालुता, करूणा और प्रेम दिखाया।  

    बाइबल हमें सिखाती है की क्षमा हमारे स्वयं के उपचार के लिए आवश्यक है। यह हमें क्रोध और कड़वाहट को दूर करने और अपने जीवन में आगे बढ़ाने में मदद कर सकता है। 

5) बाइबल हमें चुनौतियों का सामना करने की शक्ति देती है।

   हम बाइबल में देखते हैं दाऊद गलियात को देखकर डरा नहीं पर उन्होंने चुनौतियों का सामना किया और विजय प्राप्त की। ऐसे बहुत सारे चुनौतियों बाइबल में उल्लेख किया है। बाइबल उन लोगों की कहानियों से भरी है जिन्होंने चुनौतियों का सामना किया। और उन पर विजय प्राप्त कि। और यही पवित्र बाइबल हमें अपनी चुनौतियों का सामना करने की ताकत दे सकती है।


* टोप आरामदायक बाईबल की आयते ~

( Top comforting Bible verses )



तू हियाव बाँध और दृढ़ हो, उन से न डर और न भयभीत हो; क्योंकि तेरे संग चलनेवाला तेरा परमेश्वर यहोवा है; वह तुझ को धोखा न देगा और न छोड़ेगा। 
            व्यवस्था विवरण 31:6 




चाहे मैं घोर अंधकार से भरी हुई तराई में होकर चलूँ, तो भी हानि से न डरूंँगा, क्योंकि तू मेरे साथ रहता है;

 तेरे सोंटे और तेरी लाठी से मुझे शान्ति मिलती है। 

   भजन संहिता 23:4




मत डर, क्योंकि मैं तेरे संग हूंँ, इधर-उधर मत ताक, क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर हूंँ; मैं तुझे दृढ़ करूंँगा और तेरी सहायता करूंँगा, अपने धर्ममय दाहिने हाथ से मैं तुझे सम्भाले रहूंँगा।
‌ यशायाह 41:10




और हम जानते हैं, कि जो लोग परमेश्वर से प्रेम रखते हैं, उनके लिए सब बातें मिलकर भलाई ही को उत्पन्न करती हैं; अर्थात् उन्हीं के लिये जो उसकी इच्छा के अनुसार बुलाए हुए हैं। 

    रोमियो 8:28



मैं तुम्हें शान्ति दिए जाता हूंँ, अपनी शान्ति तुम्हें देता हूंँ; जैसे संसार देता है, मैं तुम्हें नहीं देता: तुम्हारा मन न घबराए और न डरे।

     यूहन्ना 14:27



परमेश्वर आप सबको इन वचनों के जरिए आशीषित करें।

                            आमेन 








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